
प्रदोष व्रत दान — शिव कृपा का मार्ग, 1000 रुपये से जीवन में करें प्रकाश
प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष) वह पवित्र संध्या है जब भगवान शिव और माता पार्वती अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
शास्त्रों में कहा गया है —
“प्रदोषकाले यः पूज्यते, सर्वदुःखनिवारकः।”
अर्थात प्रदोष काल में जो भक्त शिव की पूजा और दान करता है,
उसके पापों का क्षय होता है, दुखों का अंत होता है और पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
इस विशेष अवसर पर आप ₹1000 दान करके
अनाथ और ज़रूरतमंद बच्चों को भोजन, वस्त्र और शिक्षा सहायता प्रदान कर सकते हैं।
यह केवल एक दान नहीं — यह एक आत्मिक योगदान है जो शिव कृपा का द्वार खोलता है।
🌺 क्यों करें प्रदोष व्रत पर दान
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भगवान शिव को प्रसन्न कर पापों का क्षय करने के लिए
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अपने जीवन में शांति, समृद्धि और मानसिक संतुलन लाने के लिए
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समाज के सबसे ज़रूरतमंद बच्चों की मदद करने के लिए
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शास्त्रों में वर्णित “अक्षय पुण्य” की प्राप्ति हेतु
💰 दान राशि: ₹1000
🪔 लाभ: 80G कर छूट उपलब्ध
🍚 दान उपयोग: अनाथ बच्चों का भोजन, वस्त्र और शिक्षा सहायता
🙏 आध्यात्मिक फल: शिव कृपा, पापों से मुक्ति, मन की शुद्धि
✨ शिव वचन:
“जो भूखे को अन्न देता है, वह मुझे प्रसन्न करता है।
प्रदोष व्रत का यह दिन, तुम्हारे कर्मों को उजाला देगा।”

